कॉर्न फ्लौर क्या है कॉर्न फ्लौर के फायदे | Corn Flour In Hindi | Benefits Of Corn Flour

दोस्तों आज का हमारा टॉपिक है corn flour in hindi आज हम आपको corn flour meaning in hindi के बारे में बताएँगे तो क्या आप जानते हैं की कॉर्नफ्लोर क्या होता है Corn flour in hindi और कॉर्नफ्लोर के फायदे क्या क्या हैं, तो हम आपको इस पोस्ट में कॉर्न फ्लौर के बारे में पूरी जानकारी देने वाले हैं |

वैसे तो दुनिया के अलग अलग देशो में अलग अलग तरह का अनाज उगाया जाता है जिनमे से मक्का एक है | हर तरह के अनाज में अपने अलग तरह के पोषक तत्व पाए जाते हैं | कॉर्नफ्लोर मक्के के आटे का स्टार्च होता है जिसे कई तरह के डिशेस बनाने में इस्तेमाल किया जाता है |

मक्के के आटे और कॉर्न फ्लोर में अंतर | Defference Between Corn flour and Cornmeal Flour

corn flour in hindi

जैसा की आप सभी लोग जानते ही होंगे की कॉर्न को हिंदी में (Corn flour in Hindi) मक्का कहते है और फ्लौर आटा होता है इसी कारण बहुत से लोग इसे मक्के का आटा ही समझ लेते हैं Difference between Cornstarch/Corn flour and Maizeflour

बहुत से लोग तो मक्की के आटे (maize flour) को ही कॉर्न फ्लोर समझ लेते हैं। लेकिन मक्की का आटा कॉर्नमील फ्लोर (cornmeal  flour) होता है और कॉर्न फ्लौर मक्के के स्टार्च को कहते हैं जिसे कॉर्न स्टार्च (corn starch)  भी कहा जाता हैं। 

अगर हमें कॉर्न फ्लौर बनाना हॉट तो सबसे पहले हमें कॉर्न फ्लोर बनाने के लिए मक्के के दाने से उसका छिलका हटाना पड़ता है और फिर उसे पीसकर उसका पाउडर तैयार किया जाता है जिसे कॉर्न फ्लौर कहते हैं जबकि मक्के का आटा मक्के के दानों को सुखाकर पीसकर तैयार किया जाता है।

मक्के का आटा दो रंग का होता है पीले और सफेद और यह दरदरा या बारीक रूप में होता है जबकि कार्न फ्लोर सफेद और हल्के पीले रंग के पाउडर में होता है।

Corn Flour alternative

अरारोट को  कॉर्नफ्लोर की जगह भी इस्तेमाल किया जाता है

कॉर्नफ्लोर स्वास्थ्य के लिए कैसा होता है | Corn Flour Good or Bad for health

corn flour in hindi
Image By Pixabay

Corn flour in hindi कॉर्नफ्लोर हमारे शेयर के लिए बहुत फायदेमंद होता है इसमें बहुत सारे पोषक तत्व पाए जाते हैं लेकिन कई बीमारी ऐसी भी है जिसमे डॉक्टर इसे न खाने की सलाह देते हैं।

कॉर्नफ्लोर के फायदे (Benefits of Corn flour in Hindi)

  • कॉर्नफ्लोर का उपभोग केवल वे लोग करते हैं, जो गेंहू और इसके बने जैसे मैदा और सूजी को स्टॉक नहीं कर पाते हैं। उनके लिए यह एक अच्छा ऑप्शन होता है
  • कॉर्नफ्लोर में एक अलग तरह का पॉलीफेनोल्स एंटीओक्सिडेंट पाया जाता है। जोकि हमारे शरीर की सूजन को कम करने में मदद करता है और हमारे शरीर को स्वस्थ बनता है।
  • इसमें फाइबर काफी मात्रा में पाया जाता है प्रत्येक बड़ी चम्मच में लगभग 1 ग्राम फाइबर पाया जाता है। जोकि हमारे शरीर के लिए बहुत आवशयक होता है इसी तरह से इसमें प्रोटीन भी भरपूर मात्रा में पाया जाता है।
  • कॉर्नफ्लोर में मिलने वाले अघुलनशील फाइबर जैसे ऐमिलोस, सेल्यूलोस और लिग्निन जैसे तत्व पाचन क्रिया को स्वस्थ कर देता हैं, जोकि आँतों के लिए फायदेमंद होता है.

कॉर्नफ्लोर से होने वाले नुकसान (Side Effects of Cornflour in Hindi)

  • जिस कॉर्न को आटा बनाने के लिए आर्गेनिक रूप से उगाया जाता है, उसमें भरपूर मात्रा में फाइबर, एंटीऑक्सीडेंट और रेसिस्टेंट स्टार्च पाया जाता है, जो शरीर के विभिन्न भागों के सुचारू रूप से चलाने के लिए मदद करता है लेकिन ज्यादातर बाजार में मिलने वाले कॉर्न जेनेटिक रूप से उगाये जाते है, और साथ ही उस पर खतरनाक दवाइयों का छिड़काव भी किया जाता हैं। जोकि हमारे शरीर के लिए खतरनाक हो सकता है। एक शोध में यह पता चला हैं कि यह सभी फ्रक्टोस कॉर्न सिरप में अधिक होता हैं, जोकि कैंसर, फैटी लीवर, हाई कोलेस्ट्रॉल और डायबिटीज जैसी बड़ी बीमारियों से जुड़े होते हैं।
  • इसे जब जेनेटिकली रूप से उगाया जाता हैं, तब इसमें काफी हद तक पाए जाने वाले पोषक तत्व के बनने की प्रक्रिया प्रभावित होती है। यह फैटी एसिड में उच्च होता है, जोकी शरीर को आवश्यक पोषक तत्वों को लेने से और उसका उपयोग करने से रोकता है.
  • कॉर्नफ्लोर में बहुत अधिक कैलोरी एवं कार्बोहाइड्रेट पाया जाता है, जोकि वजन कम करने में प्रॉब्लम करता है इसमें अधिक मात्रा में कार्बोहाइड्रेट होने के कारण यह डायबिटीज के मरीज के शरीर में शुगर का स्तर को तुरंत बढ़ा देता है, जो बाद में फैट के रूप में परिवर्तित हो जाता है। इसलिए यह डायबिटीज और मोटापे के मरीजों के डाइट में यह शामिल नहीं किया जाता है।
  • अगर आप कॉर्न फ्लौर का अधिक मात्रा में सेवन करते है तो यह आपके शरीर का एलडीएन बड़ा सकता है जिसे एक ख़राब कोलेस्ट्रॉल कहते है। यदि यह आपके शरीर में ऑक्सीडाइज्ड हो जाता है तो यह एथेरोस्क्लेरोसिस का कारण बन सकता है साथ ही इसका अधिक इस्तेमाल करने से आपको हृदय सम्बंधित समस्याएं भी हो सकती हैं।

यह भी पढ़ें।

कॉर्नफ्लोर के उपयोग (Uses of Cornflour in hindi)

corn flour in hindi
  • कॉर्न फ्लौर उपयोग रसोई घर में कटलेट, कोफ्ता या इसी तरह के कुछ और फ्राइड फूड बनाते समय इसे बांधने के लिए किया जाता है.
  • इसके अलावा अगर आप कोई सूप, स्टेव और सौस बनाते हैं, तब यह उसे गाढ़ा करने के काम आता है।
  • जब आप दूध से कोई डिश बनाना चाहते है, किन्तु दूध पतला होने के कारण वह जल्दी गाढ़ा नहीं हो रहा है, तब आप उस समय दूध में थोड़ा सा कॉर्नफ्लोर घोल कर मिला दें। ऐसे करने से दूध थोड़ा जल्दी गाढ़ा होने लगता हैं। इसके जरिये आइसक्रीम जैसे स्वादिस्ट चीजें घर पर ही बनाई जा सकती है।
  • यह आमतौर पर पाउडर चीनी में एक एंटीकैकिंग एजेंट के रूप में डाला जाता है। जिसे अरारोट का सब्सटीट्यूट भी कहते है।
  • बेकिंग से पहले कॉर्न फ्लौर का प्रयोग फलो को कोट करने के लिए भी किया जाता है। जिससे आप उससे पाई, टार्ट और अन्य डिजर्ट बना सकते हैं। और इसकी पतली परत फलों के रस के साथ मिल जाती है, और फिर इसे बेक करती है.
  • कॉर्नस्टार्च को हम एक एंटी बेकिंग के रूप में भी प्रयोग कर सकते है। कटा हुआ पनीर को अक्सर कॉर्नस्टार्च के पतले से घोल के साथ लपेटा जाता है ताकि जब इसे सेंका जाए तो यह बिखरे नहीं. और इससे पनीर को अच्छी तरह से सका जा सकता है।
  • खाने में इस्तेमाल होने के अलावा कॉर्नफ्लोर या कॉर्नस्टार्च का उपयोग बेबी पाउडर को बनाने में भी किया जाता है। कॉर्नस्टार्च का उपयोग बायोप्लास्टिक्स एवं एयरबैग को बनाने में भी किया जाता है।
  • इसके साथ ही चिकित्सा में भी कोर्नस्टार्च का इस्तेमाल किया जाता है, दरअसल कोर्नस्टार्च या कॉर्नफ्लोर प्राकृतिक लेटेक्स से बने मेडिकल उत्पादों जिसमें कंडोम्स, डायाफ्राम और मेडिकल ग्लव्स शामिल है, में एक पसंदीदा एंटी – स्टिक एजेंट के रूप में इस्तेमाल किया जाता हैं।
  • ग्लाइकोजन स्टोरेज डिजीज वाले लोगों के लिए ब्लड शुगर के स्तर को बनाये रखने के लिए कॉर्नफ्लोर उपयोगी होता हैं, क्योंकि इसमें ग्लूकोस की सप्लाई को सक्षम करने के गुण मौजूद होते है। इसका उपयोग 6 से 12 महीने की उम्र में शुरू किया जा सकता है, जिससे आप ग्लूकोस के उतार – चढ़ाव को रोक सकते है।

कॉर्नफ्लोर में पाए जाने वाले कुछ पोषक तत्व (Nutrition Value in Cornflour)

क्र. म. पोषक तत्व पोषक तत्वों की मात्रा
1. एनर्जी 44 कैलोरीज
2. प्रोटीन 1.1 ग्राम
3. कार्बोहाइड्रेट 9.1 ग्राम
4. फैट 0.5 ग्राम
5. फाइबर 1.2 ग्राम
6. विटामिन बी 1 (थियामाइन) 0.17 mg
7. विटामिन बी 2 (राइबोफ्लेविन) 0.09 mg
8. विटामिन बी 3 (नियासिन) 1.17 mg
9. फोलेट विटामिन बी 9 27.9 एमसीजी
10. कैल्शियम 16.9 mg
11. आयरन 0.86 mg
12. मैग्नीशियम 13.2 mg
13. फॉस्फोरस 26.7 mg
14. जिंक 0.22 mg
15. पोटैशियम 35.7 mg

कॉर्नफ्लोर का स्टोरेज (Storage of Corn flour in Hindi)

इसे ऐसी जगह रखना चाहिए जहाँ ये हवा के संपर्क में न आये, क्युकी यह नमी को अवशोषित करता है। और यह नमी के संपर्क में आने से खराब हो जाता है। और इसे ज्यादा गर्म स्थान पर भी नहीं रखना चाहिए, बल्कि इसे एक सील किये हुए कंटेनर में रखकर इसे एक ठंडी जगह रख देना चाहिए अगर इसे सही जगह पर रखा जाये तो यह कई सालो तक चल जाता है।

इसलिए कॉर्न फ्लौर खाने से फायदे हैं तो कुछ नुक्सान भी हैं और इसका सेवन ज्यादा नहीं करना चाहिए इसे अगर लिमिट से खाया जाये तो इसके फायदे बहुत हैं।

Conclusion

उम्मीद है दोस्तों आपको हमारी ये पोस्ट corn flour in hindi जरूर पसंद आयी होगी और आपको corn flour और maze flour में अंतर भी पता लग गया होगा इतना ही नहीं इस पोस्ट में हमने कॉर्न फ्लौर से जुडी सभी बाते आपको बता दी है की कॉर्न फ्लौर के फायदे क्या है और इसके नुक्सान क्या क्या हैं।

अगर आपको हमारी ये पोस्ट corn flour in hindi पसंद आयी हो तो आप इसे सोशल मीडिया पर और अपने दोस्तों के साथ जरूर शेयर करें और इसके अलावा आपको और भी कोई जानकारी चाहिए तो आप हमें नीचे कमेंट भी कर सकते हैं।

यह भी पढ़ें।

No Responses

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *