Kolkata Tourist Place: वे लोग जो भारत की सम्पन्न सभ्यता को नजदीक से निहारना चाहते हैं , सीधे कोलकाता में जाएं । कोलकाता को देश की संस्कृति राजधानी भी कहा जाता है
ये शहर व्यापक रूप से भारत के सबसे ज्यादा रंगीनी और खुशी देने वाली जगहों के नाम से प्रसिद्ध है । यहां पर लोग कला और साहित्य प्रदर्शन में शामिल होने के लिए सदैव तत्पर रहते हैं ।
भौगोलिक रूप से यह शहर देश के पूर्वी क्षेत्र में भारत के पश्चिम बंगाल राज्य में स्थित है । हुगली नदी के तट पर स्थित यह शहर पश्चिम बंगाल राज्य की राजधानी भी है ।
अर्थात हाल ही के वर्षों में कोलकाता पर्यटन (Kolkata Tourist Place) ने दुनिया के विभिन्न कोनों से लोगों के बड़े झुण्ड के आने में जबरदस्त वृद्धि दर्शाई है । बहुत भारी संख्या में लोग दुनिया भर से कोलकाता में पर्यटन (Kolkata Tourist Place) के लिए आते हैं ।
कोलकाता के पर्यटक स्थल के बारे में | About Kolkata tourist place in Hindi
कोलकाता शहर में विभिन्न पर्यटक (Kolkata Tourist Place) गणतव्य हैं जैसे कि झवड़ा ब्रिज , विक्टोरिया स्मारक तथा कई और भी हैं जो लोगों को कोलकाता आने के लिए प्रेरित करते हैं ।
शहर को व्यापक तौर से इसके कलात्मक , साहित्यिक एवं क्रांतिकारी विरासत के लिए स्वीकार किया गया है । कोई समय था जब कोलकाता को इससे पहले इसे भारत की राजधानी के रूप में ताज पहनाया गया था ।
शहर में घूमने से कभी – कभी आपको आश्चर्य होगा कि जैसे समय रुक गया है । ट्राम के होने से कोलकाता में पुरानी दुनिया का आकर्षण बना रहता है जो कि 1902 से देश का इकलौता ट्राम नेटवर्क है ।
इन प्रतिष्ठित ट्रामों में सवारी करने से , कुछ दशक पहले की झलक मिलेगी । पयर्टन को बढ़ावा देने के लिए सरकार ने वातानुकूलित ट्राम भी शहर में चलाये हुए हैं ।
ये शहर कला – दीर्घाओं , संगीत महोत्सवों , नाटक – कला तथा सिनेमाओं का शहर हैं । यहां पर इतिहास गलियों में चलता है । यह पुरानी हवेलियों और महलों से बना है ।
महलों के शहर के रूप में कोलकाता की प्रतिष्ठा का बचाव लुभावने स्मारकों की श्रृंखला से होता है जो कि आपको चमकदार और जीवंत इतिहास के स्वाद के साथ जोड़ेगी ।
संगमरमर के महल और जोरा साको ठाकुर बाड़ी , नोबल विजेता रविन्द्रनाथ टैगोर की जन्म स्थली , जैसे कुछ नाम हैं जो कि इतिहास को महसूस करने के लिए देखे जाने चाहिए ।
कोलकाता टूरिस्ट प्लेसेस | Kolkata Tourist Places in Hindi
नकोदा मस्जिद |Nakoda Masjid
अगर आप चितपुर सड़क से गुजरें तो आपको नकोदा मस्जिद का चमकता गुम्बद जरूर दिख जाएगा । यह मस्जिद सिकंदरा में बने अकबर के मकबरे की अनुकृति है । यह कोलकता की सबसे बड़ी मस्जिद है । इसमें 10,000 लोग एक साथ नमाज पढ़ सकते हैं । यह मस्जिद लाल पत्थर से बनी हुई है । इसमें दो मीनारें हैं ।
पारसनाथ जैन मंदिर | Parasnath Jain Mandir
150 वर्ष पुराना यह मंदिर जैनों के 10 वें तीर्थंकर शीतलनाथ को समर्पित है । इस मंदिर को बनाने में शशे , पत्थर तथा मोजक का सुंदर सम्मिश्रण किया गया है । यह मंदिर श्यामबाजार में स्थित है ।
बेलूर मठ | Beloor Math
स्वामी विवेकानंद का निवास स्थान रहा यह मठ तथा रामकृष्णा मंदिर हुगली नदी के तट पर बना हुआ है । इनकी स्थापना 1898 ई . में हुई थी । हावड़ा स्टेशन से यहां तक जाने के लिए बस तथा टैक्सी मिल जाती है ।
बेलूर मठ के निर्माण में विभिन्न शैलियों का सम्मिश्रण है । यहां आने वाले को इस मंदिर में शाम के समय होने वाली आरती को जरुर देखना चाहिए ।
आर्मेनियन चर्च | Armenian Church
यह कोलकाता का सबसे पुराना चर्च है यह आर्मेनियन गली में स्थित है । इसका निर्माण 1764 ई . में किया गया था । यहां पश्चिम बंगाल का विधानसभा सन्न तीन सप्ताह तक चला है । इस चर्च के सामने एक मकबरा है । माना जाता है कि यह मकबरा रेजा बीबी का है ।
राइटर्स बिल्डिंग | Writers Building
1770 ई . में स्थापित यह भवन अंग्रेजों के शासन काल में लेखकों तथा ईस्ट इंडिया कंपनी के निम्न अधिकारियों के मुख्यालय के रुप में काम करता था इस भवन को बाद में पुनर्निमित किया गया । आज यह भवन पश्चिम बंगाल सरकार के सचिवालय के रुप में काम करता है । यह भवन बीबीडी बाग के पास स्थित है ।
जेनरल पोस्ट ऑफिस | General Post Office
अगर आपकी इतिहास में रुचि है और आप उस स्थान को देखना चाहते हैं जहां कालकोठरी की घटना हुई थी तो आपकी खोज वर्तमान के जेनरल पोस्ट – ऑफिस पर जाकर खत्म होगी । यह पोस्ट – ऑफिस बीबीडी बाग में स्थित है । इसकी स्थापना 1868 ई . में हुई थी । यह भवन ऐतिहासिक फोर्ट विलियम का एक भाग है । इसके अंदर में एक पोस्टल म्यूजियम भी है ।
राजभवन | Rajbhawan
यह भवन 200 वर्ष है । ब्रिटिश शासनकाल के पुराना प्रारंभिक वर्षों में जब कोलकाता ब्रिटिश – भारत की राजधानी हुआ करता था तब राजभवन वायसराय का आधिकारिक निवास था । अब यह भवन पश्चिम बंगाल के राज्यपाल का निवास स्थल है ।
Kolkata Tourist Place
शहीद मीनार | Shahid Minaar
यह मीनार 1828 ई . में डॉ . डेविड ऑक्टरलोनी के याद में बनवाया गया था । ऑक्टरलोनी ने आग्ल – नेपाली युद्ध में अंग्रेजी सेना का नेतृत्व किया था । यह कोलकाता के उत्तरी छोर पर स्थित है इस मीनार का आधार मिस्र की शैली में , खम्भे सीरियन शैली में तथा गुम्बर तुर्क शैली में बना हुआ है ।
ईडन गार्डेन | Idan Garden
ईडेन गार्डेन को रणजी क्रिकेट स्टेडियम के नाम से भी जाना जाता है । इस स्टेडियम की क्षमता लगभग 1 लाख लोगों की है । इसी परिसर में नेताजी सुभाषचंद्र बोस इन्डोर स्टेडियम भी है ।
नेशनल म्यूजियम | National Museum
यह एशिया के सबसे पुराने म्यूजियमों में से एक है । इसकी स्थापना 1814 ई . में की गई थी । अगर आप इस म्यूजियम को अच्छी तरह से घूमना देखना चाहते हैं तो आपको इसके लिए एक पूरा दिन या इससे अधिक देना होगा ।
यहां जीवाश्म , प्राचीन सिक्के , पत्थर , गांधार कलाकृति , उल्कापिंड इत्यादि महत्वपूर्ण चीजें रखी हुई हैं । इस म्यूजियम में एक 4000 साल पुराना ममी भी है । इसके अलावा यहां एक कलश भी है । कहा जाता है कि इस कलश में भगवान बुद्ध के अस्थि अवशेष रखे हुए हैं ।
विक्टोरिया मेमोरियल | Victoria Memorial
इसकी स्थापना लार्ड कर्जन ने 1905 ई . में की थी । मार्बल का बना यह स्मारक ब्रिटिश और मुगल वास्तुशैली का अदभुत संगम है । इसकी दीवारों पर बेहतरीन नक्काशी की गई है ।
नेशनल लाइब्रेरी अगर आप प्राचीनतम पुस्तक , हस्तलिखित पुस्तक तथा अन्य प्राचीनतम पांडुलिपियां पढ़ना चाहते हैं तो आप कोलकाता की नेशनल लाइब्रेरी जाएं ।
यह पुस्तकालय बेलबेडरे हाउस में स्थित है । यह भारत में अपनी तरह से सबसे बड़ी लाइब्रेरी है । यहां करीब 1800000 ( 18 लाख ) पुस्तकों तथा दस्तावेजों का संग्रह है ।
मार्बल पैलेस | Marbel Palace
यह भवन मुक्ताराम बाबू गली में स्थित है । यहां भारतीय और पश्चिमी हस्तशिल्पों का सुंदर संग्रह है । इसकी स्थापना 1835 ई में राजा राजेंद्र मूलिक बहादुर ने की थी । यहां प्रतिदिन केवल 4000 पर्यटक ही घूमने के लिए आ सकते हैं ।
हावड़ा पुल | Hawara Pul
यह पुल आज कोलकाता की पहचान बन चुका है । इसे ही रविंद्रा सेतु कहा जाता है । यह झुलता हुआ पुल है । इस पुल पर हमेशा गाड़ियों का आवागमन होता रहता है । इस पुल पर आप सुबह के सैर का भी मजा ले सकते हैं ।
अलीपुर चिड़ियाघर | Alipur Chiriyaghar
यहां आने वाले को यह चिडियाघर जरूर घूमना चाहिए । यहां रीछ , रॉयल बंगाल बाघ , हाथी सहित बहुत से जानवर दिख जाएंगे ।
कोलकाता कैसे जाएं
हवाई मार्गः यहां दमदम हवाई अड्डा है । यहां देश के लगभग हर राज्य तथा हर महत्वपूर्ण शहर से सीधी उड़ानें उपलब्ध है । साथ ही यह हवाई अडडा विदेशों से भी नियमित उड़ान द्वारा जुड़ा हुआ है ।
रेल मार्गः हावड़ा तथा सियालदह यहां के दो महत्वपूर्ण रेलवे स्टेशन है । यहां से देश के लगभग हर शहर के लिए रेल सेवा उपलब्ध है सड़क मार्गः यह शहर राष्ट्रीय राजमार्ग तथा राज्य राजमार्ग से पूरे देश से जुड़ा हुआ है ।
यह राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 2 से दिल्ली तथा राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 6 से मुंबई और चेन्नई से जुड़ा हुआ है । यहां से ढाका , नेपाल तथा भूटान सीमा के निकटवर्ती स्थानों के लिए भी बसें जाती हैं ।
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